जननी सुरक्षा योजना 2025: क्या आप एक गर्भवती महिला हैं और सुरक्षित मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य के लिए वित्तीय सहायता की तलाश में हैं? तो जननी सुरक्षा योजना (JSY) 2025 आपके लिए एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत आती है और इसका मुख्य उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे माता और नवजात शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। इस योजना के तहत, पात्र गर्भवती महिलाओं को सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रसव कराने पर नकद सहायता मिलती है, जिससे उन्हें गर्भावस्था और प्रसव के दौरान बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकें।

Understanding the Key Benefits of Janani Suraksha Yojana
Janani Suraksha Yojana (JSY) भारत में सरकार द्वारा प्रायोजित एक योजना है जिसका उद्देश्य संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना है। यह पात्र गर्भवती महिलाओं, विशेष रूप से सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि से आने वाली महिलाओं को कई प्रमुख लाभ प्रदान करती है। यहाँ मुख्य लाभ दिए गए हैं:
Financial Assistance:
- यह योजना गर्भवती महिलाओं को प्रसव व्यय को कवर करने में मदद करने के लिए नकद सहायता प्रदान करती है। राशि स्थान (ग्रामीण या शहरी) और राज्य के वर्गीकरण (Low Performing State – LPS or High Performing State – HPS) के आधार पर भिन्न होती है।
- ग्रामीण क्षेत्र: LPS में, सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रसव कराने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को अधिक राशि (जैसे, ₹1400) मिलती है। HPS में, गरीबी रेखा से नीचे (BPL), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए एक विशिष्ट राशि (जैसे, ₹700) मिलती है।
- शहरी क्षेत्र: शहरी क्षेत्रों में नकद सहायता आम तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में कम होती है (उदाहरण के लिए, पात्र महिलाओं के लिए संस्थागत प्रसव के लिए एलपीएस में ₹1000 और एचपीएस में ₹600)।
- घर पर प्रसव: बीपीएल गर्भवती महिलाएँ जो घर पर प्रसव करना चुनती हैं, वे भी कम नकद सहायता (उदाहरण के लिए, ₹500) की हकदार होती हैं, हालाँकि संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित किया जाता है।
- वित्तीय सहायता आम तौर पर लाभार्थी के बैंक खाते में डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से प्रदान की जाती है।
Free Delivery and Medical Care:
- जेएसवाई सुनिश्चित करता है कि पात्र गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं और मान्यता प्राप्त निजी संस्थानों में निःशुल्क प्रसव और चिकित्सा देखभाल मिले।
- इसमें प्रसवपूर्व जाँच, प्रसव देखभाल और प्रसवोत्तर देखभाल शामिल है।
- जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेएसएसके) के साथ मिलकर, यह अस्पताल में रहने के दौरान मुफ़्त दवाएँ, उपभोग्य वस्तुएँ, निदान और यहाँ तक कि ज़रूरत पड़ने पर रक्त आधान भी सुनिश्चित करता है।
Transportation and Nutrition Support:
- कुछ मामलों में, योजना स्वास्थ्य सुविधा तक आने-जाने के लिए परिवहन सहायता भी प्रदान कर सकती है।
- हालांकि हमेशा प्रत्यक्ष नकद घटक नहीं होता, लेकिन संस्थागत प्रसव पर ध्यान केंद्रित करने से अस्पताल में रहने के दौरान आवश्यक पोषण और देखभाल तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित होती है।
Focus on Institutional Deliveries:
- यह योजना गर्भवती महिलाओं को कुशल प्रसव परिचारिकाओं (डॉक्टर, नर्स) की देखरेख में स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रसव कराने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- घर पर प्रसव से जुड़े जोखिमों को कम करने और जटिलताओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
Reduction in Maternal and Neonatal Mortality:
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और वित्तीय और स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच प्रदान करके, JSY का उद्देश्य मातृ मृत्यु दर (MMR) और शिशु मृत्यु दर (IMR) को महत्वपूर्ण रूप से कम करना है, खासकर कमज़ोर आबादी के बीच।
Empowerment of Women:
- गर्भवती महिलाओं को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करने से उन्हें अपने स्वास्थ्य के बारे में सूचित निर्णय लेने और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच बनाने का अधिकार मिलता है।
Role of ASHA Workers:
- मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) लाभार्थियों की पहचान करके, पंजीकरण की सुविधा प्रदान करके, प्रसवपूर्व जांच सुनिश्चित करके, संस्थागत प्रसव के लिए परामर्श देकर और महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँचाकर इस योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संस्थागत जन्मों को बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्रोत्साहन भी मिलता है।
संक्षेप में, जननी सुरक्षा योजना विशेष रूप से भारत भर में वंचित पृष्ठभूमि की महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करके सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से लाभों का एक व्यापक सेट प्रदान करती है। एलपीएस या एचपीएस के रूप में उनके वर्गीकरण के आधार पर विशिष्ट राशि और पात्रता मानदंड राज्यों के बीच थोड़ा भिन्न हो सकते हैं।
What is the Janani Suraksha Yojana Amount and Who is Eligible?
जननी सुरक्षा योजना (JSY) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक सुरक्षित मातृत्व हस्तक्षेप है, जिसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, विशेष रूप से सामाजिक-आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों की महिलाओं के बीच संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ और नवजात मृत्यु दर को कम करना है। यह योजना पात्र गर्भवती महिलाओं को नकद सहायता प्रदान करती है। राशि और पात्रता मानदंड राज्य के “कम प्रदर्शन करने वाले राज्य” (LPS) या “उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्य” (HPS) के रूप में वर्गीकरण के आधार पर भिन्न होते हैं, साथ ही यह भी कि लाभार्थी ग्रामीण या शहरी क्षेत्र से है।
Janani Suraksha Yojana Amount:
संस्थागत प्रसव के लिए नकद सहायता इस प्रकार है:
Low Performing States (LPS): इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, राजस्थान, ओडिशा और जम्मू और कश्मीर शामिल हैं।
- Rural Areas:
- Mother’s Package: ₹1400
- ASHA’s Package: ₹600 (इसमें ANC के लिए ₹300 और संस्थागत प्रसव की सुविधा के लिए ₹300 शामिल हैं)
- कुल: ₹2000
- Urban Areas:
- Mother’s Package: ₹1000
- ASHA’s Package: ₹400 (इसमें ANC के लिए ₹200 और संस्थागत प्रसव की सुविधा के लिए ₹200 शामिल हैं)
- कुल: ₹1400
High Performing States (HPS): इनमें LPS के अलावा सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।
- Rural Areas:
- Mother’s Package: ₹700
- ASHA’s Package: ₹600 (इसमें ANC के लिए ₹300 और संस्थागत प्रसव की सुविधा के लिए ₹300 शामिल हैं)
- कुल: ₹1300
- Urban Areas:
- Mother’s Package: ₹600
- ASHA’s Package: ₹400 (इसमें ANC के लिए ₹200 और संस्थागत प्रसव की सुविधा के लिए ₹200 शामिल हैं)
- कुल: ₹1000
Cash Assistance for Home Delivery (for BPL families in both LPS and HPS): ₹500 प्रति प्रसव, दो जीवित जन्मों तक।
Eligibility for Janani Suraksha Yojana:
JSY के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड हैं:
- लक्ष्यित लाभार्थी: मुख्य रूप से गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवारों की गर्भवती महिलाएँ।
- आयु मानदंड: गर्भवती महिला की आयु 19 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- जन्म सीमा: इस योजना का लाभ पहले दो जीवित जन्मों तक सीमित है।
- संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता: यह योजना सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों (उप-केंद्र, PHC, CHC, FRU, जिला और राज्य अस्पतालों के सामान्य वार्ड) या मान्यता प्राप्त निजी संस्थानों में संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करती है। घर पर प्रसव (केवल BPL के लिए) की तुलना में संस्थागत जन्मों के लिए अधिक नकद सहायता प्रदान की जाती है।
- LPS के लिए विशेष विचार: कम प्रदर्शन करने वाले राज्यों में, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव कराने वाली सभी गर्भवती महिलाएँ, चाहे उनकी BPL स्थिति कुछ भी हो, नकद सहायता के लिए पात्र हैं।
- एससी/एसटी महिलाएँ: उच्च प्रदर्शन वाले राज्यों में, अनुसूचित जाति (एससी) या अनुसूचित जनजाति (एसटी) से संबंधित गर्भवती महिलाएँ भी लाभ के लिए पात्र हैं, यदि वे सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में प्रसव कराती हैं, भले ही वे गरीबी रेखा से नीचे न हों।
- पंजीकरण: गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के 12 सप्ताह से पहले स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण कराना चाहिए और नियमित प्रसवपूर्व जाँच करानी चाहिए।
- जेएसवाई कार्ड: लाभार्थियों के पास मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) कार्ड के साथ-साथ जेएसवाई कार्ड होना चाहिए।
संक्षेप में: जेएसवाई गर्भवती महिलाओं, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों की महिलाओं को संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है। संस्थागत प्रसव (LPS/HPS) में राज्य के प्रदर्शन और प्रसव के स्थान (ग्रामीण/शहरी) के आधार पर सहायता की राशि अलग-अलग होती है। पात्रता मुख्य रूप से बीपीएल परिवारों पर केंद्रित है, जिसमें एससी/एसटी महिलाओं और एलपीएस में सभी महिलाओं के लिए सरकारी सुविधा प्रसव के लिए कुछ विस्तार हैं, जो पहले दो जीवित जन्मों और 19 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं तक सीमित हैं।
Want to Register for JSY Online? Here’s What You Need to Know
हालांकि विशिष्ट ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रियाएँ राज्य के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती हैं, यहाँ JSY के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करने के तरीके पर एक सामान्य मार्गदर्शिका दी गई है, जो उपलब्ध जानकारी पर आधारित है:
1. Visit the Official Website: अपने राज्य (पश्चिम बंगाल, आपके मामले में) में जननी सुरक्षा योजना या राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से संबंधित आधिकारिक वेबसाइट देखें। आपको राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की वेबसाइट (https://nhm.gov.in/) पर एक सीधा लिंक मिल सकता है। कुछ राज्यों में समर्पित स्वास्थ्य पोर्टल हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल के लिए, आप JSY प्रमाणपत्र जारी करने से संबंधित किसी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रीय सरकारी सेवा पोर्टल भी देख सकते हैं: https://services.india.gov.in/service/detail/apply-for-issuance-of-janani-suraksha-yojana-certificate-gp-west-bengal.
2. Find the ‘Apply Online’ Option: वेबसाइट पर जाने के बाद, JSY से संबंधित अनुभाग पर जाएँ। “Apply Online” या “e-Registration” कहने वाले लिंक या बटन की तलाश करें।
3. Fill in the E-Registration Form: इलेक्ट्रॉनिक पंजीकरण फॉर्म तक पहुँचने के लिए “Apply Online” विकल्प पर क्लिक करें। आपको आवश्यक विवरण दर्ज करने होंगे, जिनमें आम तौर पर शामिल हैं:
- गर्भवती महिला का नाम
- आयु
- पता
- जन्म तिथि
- प्रसव की अपेक्षित तिथि (यदि ज्ञात हो)
- बैंक खाता विवरण (लाभों के सीधे हस्तांतरण के लिए)
4. Attach Necessary Documents: आपको प्रदान की गई जानकारी के प्रमाण के रूप में कुछ दस्तावेज़ों की स्कैन की गई प्रतियाँ अपलोड करने की आवश्यकता होगी। इन दस्तावेज़ों में आम तौर पर शामिल हैं:
- आधार कार्ड (अनिवार्य)
- राशन कार्ड (यदि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी से संबंधित है)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो, एससी/एसटी लाभार्थियों के लिए)
- पता प्रमाण
- जेएसवाई कार्ड (यदि पहले से जारी किया गया है)
- प्रसव प्रमाण पत्र (प्रसव के बाद, लाभ का दावा करने के लिए)
- बैंक विवरण (पासबुक या रद्द चेक)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट आकार की तस्वीर
5. Submit the Form Online: सभी विवरण भरने और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करने के बाद, अपना आवेदन ऑनलाइन जमा करने के लिए “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
6. Receive a Code: सफल सबमिशन के बाद, आपको एक पंजीकरण संख्या या कोड प्राप्त हो सकता है। इस कोड को भविष्य के संदर्भ और अपने आवेदन की स्थिति को ट्रैक करने के लिए सुरक्षित रखें।
7. Verification and JSY Card Issuance: संबंधित अधिकारी आपके द्वारा दी गई जानकारी को सत्यापित करेंगे। यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपको डाक के माध्यम से या आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) कार्यकर्ता के माध्यम से JSY कार्ड जारी किया जा सकता है।